![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/69904907/photo-69904907.jpg)
पौड़ी देश के अजित डोभाल शनिवार को अपने उत्तराखंड स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे। उन्होंने यहां अपनी पत्नी और बेटे के साथ कुलदेवी बाल कुंवारी की पूजा की। इस दौरान जब वह सड़क से करीब सौ मीटर तक मंदिर की तरफ चले तो ग्रामीणों ने ढोल-दमाऊ से उनका भव्य स्वागत भी किया। हालांकि, यह उनका नितांत निजी कार्यक्रम था, इसके बावजूद सरकार ने उनकी सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए थे। अजित डोभाल के गांव पहुंचने की सूचना से ग्रामीण खासे उत्साहित दिखे। इससे पहले शुक्रवार शाम को अचानक अपनी पत्नी और बेटे के साथ पौड़ी जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस पहुंचे थे। निजी कार्यक्रम के चलते उनके पौड़ी जिला मुख्यालय पहुंचने की जानकारी को गोपनीय रखा गया था। पौड़ी पहुंचने पर एनएसए का सर्किट हाउस में आयुक्त गढ़वाल डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम, जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्बयाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने स्वागत किया। डीएम धीरज सिंह ने बताया कि यह निजी कार्यक्रम था। 2014 में भी पैतृक गांव आए थे अजित डोभाल आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले शासन काल में पहली बार एनएसए बनने के बाद भी 2014 में अजित डोभाल निजी कार्यक्रम पर अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचकर कुलदेवी की पूजा अर्चना करना नहीं भूले थे। पिछली बार जब वह गांव आए तो उनका दर्जा राज्यमंत्री स्तर का था जबकि इस बार उनका ओहदा कैबिनेट दर्जे का है। अपने पैतृक गांव में पूजा के बाद अजित डोभाल ग्रामीणों से भी मिले और उनके हालचाल भी पूछा। इस दौरान उन्होंने एक स्थानीय एनजीओ के युवाओं से मुलाकात की और उनसे राष्ट्र निर्माण के पथ पर काम करने की अपील भी की।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times http://bit.ly/2IzS7ik
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें