पीली पगडंडियों पर हमारे कदमो के #निशान मिट नहीं पायेगे,
जब मैं ना रहूँगी,
रश्मियों में तैरती #नजर आऊँगी ,
यादो के झरोखे से झाँकती नजर आउगी,
तन्हाई में तुम्हारी आँखों में #तस्वीर बन उभर आऊँगी ,
सागर की हवाओ में सन-सनी हो जाएगी,
मेरे वजुद का #अहसास पाओगे,
कभी ढोला-मारू जेहन में फलक से उतर आएगा ,
मुझे यू ना भुला पाओगे,
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