जय भोलेनाथ जय श्री सोमनाथ हर हर महादेव
॥ श्री महारुद्राय सोमेश्वराय ज्योतिर्लिंगाय नम: ॥
जय महेश जय जय त्रिलोचन ।
भगत त्रास त्रय ताप विमोचन ।।
आशुतोष जय जलज विलोचन ।
भव सम्भव दारुण दुःख मोचन ।।
जयति जयति जय जय त्रिपुरारी ।
दनुज देव सेवक नर नारी
भगत कामतरु करुणाधाम काशीनाथ विश्वम्भरं ।
दीनानाथ धरु मम सिर हाथ पाहि शंकर उमा वरं ।।
॥ श्री महारुद्राय सोमेश्वराय ज्योतिर्लिंगाय नम: ॥
जय महेश जय जय त्रिलोचन ।
भगत त्रास त्रय ताप विमोचन ।।
आशुतोष जय जलज विलोचन ।
भव सम्भव दारुण दुःख मोचन ।।
जयति जयति जय जय त्रिपुरारी ।
दनुज देव सेवक नर नारी
भगत कामतरु करुणाधाम काशीनाथ विश्वम्भरं ।
दीनानाथ धरु मम सिर हाथ पाहि शंकर उमा वरं ।।
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