आज का दिनाँक 24 जुलाई 2015
दिन - शुक्रवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ़
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - अष्टमी
नक्षत्र - चित्रा
योग - साध्य
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
****
क्षमा केवल वाणी का विषय नहीं है,वह अंतःकरण की निधि है।
शर्करा की मिठास जिह्वा पर ही प्रतीत होती है
परन्तु क्षमा का माधुर्य अंतःकरण तक बना रहता है।
क्षमा शान्तिदायिनी है।
दिन - शुक्रवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ़
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - अष्टमी
नक्षत्र - चित्रा
योग - साध्य
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
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क्षमा केवल वाणी का विषय नहीं है,वह अंतःकरण की निधि है।
शर्करा की मिठास जिह्वा पर ही प्रतीत होती है
परन्तु क्षमा का माधुर्य अंतःकरण तक बना रहता है।
क्षमा शान्तिदायिनी है।
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