आज का दिनाँक 14 जुलाई 2015
दिन - मंगलवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरूषोत्तम मास)
पक्ष - कृष्णपक्ष
तिथि - त्रयोदशी
नक्षत्र - मृगशीर्ष
योग - ध्रुव
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
****
एक पत्थर सिर्फ एक बार मन्दिर जाता है और भगवान बन जाता है
हम इंसान हर रोज मन्दिर जाते है पर भगवान तो दूर इंसाान भी नही बन पाते है।
दिन - मंगलवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरूषोत्तम मास)
पक्ष - कृष्णपक्ष
तिथि - त्रयोदशी
नक्षत्र - मृगशीर्ष
योग - ध्रुव
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
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एक पत्थर सिर्फ एक बार मन्दिर जाता है और भगवान बन जाता है
हम इंसान हर रोज मन्दिर जाते है पर भगवान तो दूर इंसाान भी नही बन पाते है।
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