शनिवार, 4 जुलाई 2015

जो सब का भला चाहता है

जो केवल अपना भला चाहता है वह ‪#‎दुर्योधन‬ है
जो अपनो का भला चाहता है वह ‪#‎युधिष्ठिर‬ है
जो सब का भला चाहता है वह मेरा  ‪#‎मुरलीधरन‬ है
और इसलिए प्रभु आप का बहुत बहुत धन्यवाद मेरे ‪#‎प्रभु‬ जी
जय जय श्री ‪#‎राधे_कृष्णा‬ ।।।।।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें