मंगलवार, 30 जून 2015

मोहब्बत नहीं मिलती ;

दिल में न हो जुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती ;
खैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती !

तुम अधूरे हो..

चाहे झूठ ही सही बस एक बार कह
दो,
कि मेरे बिन
तुम अधूरे हो..

रोजा-अफ्तारी हुआ

जनहित में तो बहोत कुछ जारी हुआ
अजीब ये सरकारी बीमारी हुआ
अबके जो मेरे साथ जला दिया जायेगा
ता-उम्र बस यहीं इक खरीददारी हुआ
तो खून खौलता है उसका हर बात पे
कोई बताएं ये कैसा समझदारी हुआ
इस चार-दीवारी से घुटन हैं मुझे
निगाहें देख उसे मुझे ये लाचारी हुआ
अब तो रस्ते बदल के है सजदा किया
कोई न कहें कैसे रोजा-अफ्तारी हुआ

उनको याद,

एक हम हैं कि कभी आये ना उनको याद,
एक वो हैं कि कभी भुलाये नहीं जाते।

People say follow your heart…but which way do you go when your heart breaks into two?

A break up is like a broken mirror. It is better to leave it broken than hurt yourself to fix it.

श्री गुरुदेव दत्त

“सभी प्रमुख धार्मिक परम्पराओं का मूल संदेश एक ही है –
प्रेम, दया, और क्षमा, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है
कि ये हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा होने चाहियें।”
" सुप्रभातम् "
ॐ नमो नारायणाय !
|| जय श्री कृष्णा ||
|| श्री गुरुदेव दत्त ||

आज का दिनाँक 01 जुलाई 2015

आज का दिनाँक 01 जुलाई 2015
दिन - बुधवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरूषोत्तम मास)
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - चतुर्दशी
नक्षत्र - मूल
योग - शुक्ल
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
****
किसी के दिल को चोट पहुंचा कर माफी मागंना बहुत आसान है, 

लेकिन खुद चोट खाकर किसी को माफ करना बहुत मुश्किल है।

सोमवार, 29 जून 2015

किसी ने दिल

अजीब अंधेरा है ऐ इश्क़ तेरी ‪#‎महफ़िल‬ में...
‪#‎रौशनी‬ ना हुई...!!!
किसी ने दिल भी जलाया तो

आज का दिनाँक 30 जून 2015

आज का दिनाँक 30 जून 2015
दिन - मंगलवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरुषोत्तम मास)
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - त्रयोदशी
नक्षत्र - ज्येष्ठा
योग - शुभ
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
****
इंसान के व्यवहार की छोटी छोटी बातें ही उसके चरित्र का आईना होती है।

रविवार, 28 जून 2015

खुद-ब-खुद

मेरी नजर से
खुद को एक बार
आईने में निहार तो लो,
.
.
मेरी दीवानगी का सबब

खुद-ब-खुद
मिल जाएगा.

पाप मूल अभिमान

दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान। 
तुलसी दया न छाँड़िये,जब लगि घट मेँ प्रान॥

आज का दिनाँक 29 जून 2015

आज का दिनाँक 29 जून 2015
दिन - सोमवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरुषोत्तम मास)
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - द्वादशी
नक्षत्र - अनुराधा
योग - साध्य
दिशाशूल - पूर्व दिशा में
****
मनुष्य को अपना अच्छा और बुरा,

दोनों वक्त याद रखना चाहिये क्योकि बुरे वक्त में, 
अच्छे समय की यादें, सुकून देती हैं और अच्छे वक्त में, 
बुरे समय की यादें, आपको चैकन्ना रखती है।

इस भीड़ में,

तन्हा हैं क्यूं सभी इस भीड़ में,
परेशां हैं क्यूं सभी गुमनाम सा चेहरा लिये,
हर शख्स है उलझा हुआ..

हमसे नफरत करें,

मेरी ख्वाहिश भी बड़ी अजीब सी हैं,
बेशक वो हमसे नफरत करें,
पर किसी और को ना चाहें...।।

कमाल की होती हे

जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में
कसमसे उनकी यादें कमाल की होती हे

गाँव आया कर…

माँ ने अपने दर्द भरे खत में लिखा,
सड़के पक्की है अब तो गाँव आया कर…

आपके दिल पर

अब हमेँ
इतना भी मत
-------- पढिए हूजूर ,
कि हमारे लफ़्ज़

------- हुकुमत करने लगेँ ।
आपके दिल पर

शनिवार, 27 जून 2015

आज का दिनाँक 28 जून 2015

आज का दिनाँक 28 जून 2015
दिन - रविवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरुषोत्तम मास)
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - एकादशी
नक्षत्र - विशाखा
योग - सिध्द
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
****


आप कितने भी ‪#‎पवित्र‬ शब्द पढ़ लें या बोल लें
वो आपका क्या भला करेगें जब तक
आप उन्हें उपयोग में नहीं लाते।
नमस्कार_सुप्रभात_आप का दिन मगल मय हो

यादो को नहीं..

आखिर कैसे भुला दे हम उन्हें....!
मौत इंसानो को आती ह यादो को नहीं..

नज़र अंदाज़ करने का.

तेरा हर अंदाज़ अच्छा है ..
सिवाय,नज़र अंदाज़ करने का.

क़ब्र खोदने लगे

शिकायत मौत से नहीं अपनों से थी मुझे

ज़रा सी आँख बंद क्या हुई वो क़ब्र खोदने लगे

जाना पड़ता है.

Jeevan ka satya hai ye ... J o aata hai usse ek DIN  jaana padta hai ..



जीवन का सत्य है की 
जो आता है उसे एक दिन जाना पड़ता है.

मुझ_अनपढ को

कुछ ना किया मगर वो दर्द ‪#‎बेहिसाब‬ दे गये..
देखो ना

मुझ_अनपढ को ‪#‎मोहब्बत‬ की किताब
दे
गये..

रिश्तों की बगिया में एक रिश्ता नीम के पेड़ जैसा भी रखना; जो सीख भले ही कड़वी देता हो पर तकलीफ में मरहम भी बनता है...।।।

शुक्रवार, 26 जून 2015

गुरुवार, 25 जून 2015

एक ऐसी सवारी है....

"सबर" एक ऐसी सवारी है,
जो अपने सवार को कभी
गिरने नहीं देती,
ना किसी के "कदमो" में
और ना किसी की "नज़रों" से.
क्या आप सहमत हैं?
अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर करें |

उतर आते हो..

तुम्हारे पास रहने को जगह नही है क्या,
जो हर रात मेरी आँखो मे उतर आते हो...!!

जय मैयारानी

जय मैयारानी 
जय माता दी
" देवी माता रानी ...
" तूने सबकी मानी...
" हमपे भी हो जाये मैया तेरी मेहरबानी ...
सुप्रभात मित्रोँ
मैया जी की कृपा आप सब पे बनो रहे
शुभ मंगलदिवस

बड़ी बद्दुआ लगती है ।

टूटे हुए कठोर पत्थर भी खूबसूरत आलीशान मकान और पूजने लायक पवित्र मुर्ति बनाने के काम आते हैं ।
मगर बेचारा टुटा हुआ किसी का " दिल " तो किसी लायक नहीं रह जाता ।
उस बेचारे की तो दुनियां ही उजड़ जाती है ।
इसलिए भूलकर भी किसी के दिल को कभी मत दुखाना ।
बड़ी बद्दुआ लगती है ।

My Favourite Sound

Your ‪#‎Voice‬ Is My Favourite Sound

इसमें क्या

तुम्हे देखे मेरी आँखे 
इसमें क्या  मेरी
खता है

आज का दिनाँक 26 जून 2015

आज का दिनाँक 26 जून 2015
दिन - शुक्रवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरुषोत्तम मास)
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - नवमी
नक्षत्र - चित्रा
योग - परिध
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
****
उन पर ध्यान मत दीजिये जो आपकी पीठ पीछे बात करते है

इसका सीधा सा अर्थ है, आप उनसे दो कदम आगे है।

सब सितम मगर..

मुझे मंजूर थे वक़्त के सब सितम
मगर..
तुमसे मिलकर बिछड़ जाना ये सजा कुछ
ज्यादा नही हो गयी.

अपने दिल को..

टटोल कर देखो अपने दिल को...!!
हर फासला ‪#‎बेबजह‬ नहीं होता...!!

बुधवार, 24 जून 2015

चौखट पर,

"चराग कौन जला कर गया है चौखट पर,
मै अपने घर में कोई और सा चमकता हूँ..!"

मौत को चली है।

अब तो ये जिन्दगी ऐसी हो चली है
किसी और के यादों में खो चली है।
क्यूं हर बार ये मेरे साथ ही होता है
वो बिछड़ के मुझमें ही सो चली है।
मैं अपने जेहन से निकाल दूं इनको
करकें कोशिशें आँखें भी रो चली है।
कुछ तो निगाहें उससे कहने को थी
छिपाकर निगाहें तभी तो वो चली है।
मेरी साँसों से कभी उसकी साँसें थी
मगर तन्हा ही आज मौत को चली है।

नहीं छोडते

वैसे दुश्मनी तो हम चिटी से भी नहीं करते 
लेकिन बीच में आया तो शेर को भी नहीं छोडते

बरसने से नही..

गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल.
ये प्यास किसी के मिलने से बुझेगी तेरे बरसने से नही..

हमसे न कहना

दिल को बच्चा समझकर ढिल न देना ।

एक बार बिगड गया तो फिर हमसे न कहना।

आज का दिनाँक 25 जून 2015

आज का दिनाँक 25 जून 2015
दिन - गुरूवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरुषोत्तम मास)
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - नवमी
नक्षत्र - हस्त
योग - वरियान
दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
****
आपका सम्मान उन शब्दो में नही है जो आपकी उपस्थिति मे कहे गये, 

बल्कि उन शब्दो मे है जो आपकी अनुपस्थिति में कहे गये।

गिरफ्तार करूँ...

बड़ी मुश्किल में हूँ ,मैं कैसे इजहार करूं
तू तो खुश्बू है ,तुझे कैसे गिरफ्तार करूँ...

रोजा होता..

कुछ सुकून इस दिल को भी मिल जाता....!!
काश तेरी "यादों" का भी रोजा होता....!!!

खामोश नही रहती.

कितनी मासूम होती है ये दिल की धड़कनें..!
कोई सुने ना सुने ये खामोश नही रहती..!!
‪#‎शुभ्_प्रभात्_नमस्कार‬

तुमने बना रखा हैं...

क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज, हाल हमारा पूँछ कर ,
हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा हैं...

जैसा है जिसमे

क्या _"मन्दिर"_ क्या _"मस्जिद"_ क्या _"गंगा"_ की _"धार"_ करे।
वो घर ही _"मन्दिर"_ जैसा है जिसमे _"औलाद"_ माँ बाप का _"सत्कार"_ करे।।
त्कार"_ करे।।

उसका भर जाएगा....

निवालों का कोई मजहब नहीं होता,
 वो सिर्फ एक ही चीज जानता है, 
जिसके पेट में जाएगा
उसका भर जाएगा....

आँख का आंसू

जब बिखरेगा इंतज़ार में ज़मीन पे तेरी आँख का आंसू
तुझे एहसास तब होगा, मोहब्बत किस को कहते हैं

अलफ़ाज़ ही समझे..

आज मैंने जज्बात भेजे....
तुमने फिर अलफ़ाज़ ही समझे..

रुक जाए मेरी

आज इतना जहर पिला दो कि सांस तक
सुना है कि सांस रुक जाए तो रूठे हुये भी देखने आते है...!
रुक जाए मेरी,

तेरी याद में,

लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में,
बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता

मंगलवार, 23 जून 2015

यारी है ईमान मेरा........

गर खुदा मुझ से कहे, कुछ मांग ऐ बन्दे मेरे
मैं ये माँगू महफिलों के दौर यूँ चलते रहे
हमप्याला, हमनिवाला, हमसफ़र, हमराज हो
ता क़यामत जो चिरागों की तरह जलते रहे
यारी है ईमान मेरा, यार मेरी जिन्दगी
प्यार हो बन्दों से ये सब से बड़ी है बंदगी
साज-ए-दिल छेड़ो जहाँ में, प्यार की गूंजे सदा
जिन दिलों में प्यार हैं, उन पे बहारें हो फ़िदा
प्यार लेके नूर आया, प्यार लेके ताजगी
जान भी जाए अगर यारी में यारो ग़म नहीं
अपने होते यार हो ग़मग़ीन मतलब हम नहीं
हम जहाँ है उस जगह झूमेगी नाचेगी खुशी
गुल-ए-गुलज़ार क्यों बेजार नजर आता है
चश्म-ए-बद का शिकार यार नजर आता है
छूपा ना हमसे ज़रा हाल-ए-दिल सूना दे तू
तेरी हँसी की कीमत क्या है, ये बता दे तू
कहे तो आसमान से चाँद तारें ले आऊँ
हसीन, जवान और दिलकश नज़ारे ले आऊँ
तेरा ममनून हूँ तूने निभाया याराना
तेरी हँसी है आज सब से बड़ा नजराना
यार के हँसते ही, महफ़िल पे जवानी आ गई
यारी है ईमान मेरा........

बरसू उन के आँगन में

हर पल मेरी इन आखों में बस रहते हैं सपने उन के
मन कहता हैं मैं रंगों की, एक प्यार भरी बदली बन के

बरसू उन के आँगन में

जब सामने तुम....

देखके तुमको, होश में आना भूल गये..
याद रहे तुम, और ज़माना भूल गये---
जब सामने तुम, आ जाते हो, क्या जानिए क्या हो जाता है
कुछ मिल जाता है, कुछ खो जाता है, क्या जानिए क्या हो जाता है
चाहा था यह कहेंगे, सोचा था सोचा था वो कहेंगे
आए वो सामने तो, कुछ भी ना कह सके
बस देखा किए उन्हें हम
देख कर तुझको यकीन होता है, कोई इतना भी हसीन होता है
देख पाते हैं कहाँ हम तुमको, दिल कहीं होश कहीं होता है
जब सामने तुम....

आज का दिनाँक 24 जून 2015

आज का दिनाँक 24 जून 2015
दिन - बुधवार
विक्रम संवत 2072
शक संवत 1937
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा
मास - आषाढ (पुरुषोत्तम मास)
पक्ष - शुक्लपक्ष
तिथि - अष्टमी
नक्षत्र - उत्तरा
योग - व्यतिपात
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
****
महानता इस बात में नहीं है कि इंसान जिंदगी में कभी न गिरे। 

महानता तो हर बार गिर कर उठने और आगे बड़ जाने में है।

कुछ तेरा ना मेरा मुसाफिर...

वहां कौन है तेरा
मुसाफिर जाएगा कहाँ
दम ले ले घड़ी भर
ये छइयां पाएगा कहाँ
बीत गए दिन
प्यार के पल-छीन
सपना बनी ये रातें
भूल गए वो
तू भी भुला दे
प्यार की वो मुलाकातें
सब दूर आंधेरा
मुसाफिर...
कोई भी तेरी
राह ने देखे
नैन बिछाए न कोई
दर्द से तेरे
कोई ना तड़पा
आँख किसी की ना रोई
कहे किसको तू मेरा
मुसाफिर...
कहते हैं ज्ञानी
दुनिया है फानी
पानी पे लिखी लिखाई
है सबकी देखी
है सबकी जानी
हाथ किसी के ना आनी

मुसाफिर...
कुछ तेरा ना मेरा

चाहत भी थी

मुद्दत का सफर भी था और बरसों की
रुकते तो बिखर जाते और चलते तो दिल टूट जाते,
यूं समझ लो कि, लगी प्यास गज़ब की थी और पानी में भी जहर था,
पीते तो मर जाते और न पीते तो भी मर जाते।
चाहत भी थी,

सोमवार, 22 जून 2015

यादों का हिसाब.

लफ़्ज़ अल्फ़ाज़ कागज़ और किताब,!!

!!कहाँ कहाँ नहीं रखता तेरी

यादों का हिसाब.!!.

पल में गुज़र जायेगी.

ए रात मेरी तनहाई देख कर,मुझ पर मत हंस इतना वरना......
जिस दिन मेरा यार मेरे साथ होगा,तू पल में गुज़र जायेगी........

अच्छी शोहरत है

दिल मे बने रहना ही अच्छी शोहरत है ,
वरना मशहूर तो कत्ल करके भी हुआ जा सकता है

तुम बच्ची हो.

अच्छो से ज्यादा तुम अच्छे हो,,
सच्चों से ज्यादा तुम सच्चे हो,,
मैंने कहा मुझे तुमसे प्यार है,,
वो बोले शर्म करो अभी
तुम बच्ची हो...!!

कदम दर कदम.

वो वफ़ा के नाम पर
आजमाते हर वक़्त हमको,
एक हम की उनसे वफ़ा

करते रहे कदम दर कदम.!!

सजा के रखती हूँ

शब भर उसके ख़्वाब सजा के रखती हूँ ,,,,
क्यों किसी रब से इस नींद का तक़ाजा करना।।


वफादार और तुम.

वफादार और तुम..??__________
ख्याल_अच्छा_है बेवफा और हम
----------
इल्जाम भी अछा है।।।______!!!!

Զเधे - Զเधे

मुस्कान का कोई मोल नहीं होता,,,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,,,,
दोस्त तो मील जाते हैं हर रास्ते पर,,
हर कोई आपकी तरह अनमोल नहीं होता......
Զเधे Զเधे

जय बंजरग बली

जय बंजरग बली
सुप्रभात