शनिवार, 6 जनवरी 2024

बनना चाहते थे IAS, बेचनी पड़ी साइकिल से किताबें, रंग लाई मेहनत लगा दी फैक्ट्री

पुष्पेंद्र ने बताया कि शुरुआत में नोटबुक को साइकिल में बांधकर दुकानों में सप्लाई करते थे. जिससे धीरे-धीरे कुछ आमदनी आना शुरू हो गया. इस बीच एक मित्र ने खुद की फैक्ट्री लगाने की सलाह दी. लेकिन पैसे की तंगी आड़े आ रहा था.

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